अनुशासन के बिना जीवन बेकार है। यदि जीवन मे अनुशासन नही तो आप कुछ नही है जीवन के हर एक मोड़ पर आपको अनुशासन की जरूरत होती है जीवन मे आप कितना बड़ा कुछ भी कर जाए।
कितनी भी बड़ी सफलता ही क्यों न प्राप्त कर ले अगर आपके अंदर अनुशासन नही तो आप कुछ नही है हर जगह इंसान के आचरण देखे जाते । है कि आप हर परिस्थिति में अपने आप पर कैसे नियंत्रण बनाकर रखते हैं यदि कोई व्यक्ति आपसे गलत तरीके से बात करे तो आप उसका मुँह कैसे बंद कर सकते हो वह भी बिना अपशब्द बोलकर । हमेशा अपने से बड़ो का सम्मान करो।
अपने माता-पिता , दादा-दादी , बड़े भाई-बहन अगर आपसे कुछ बोल दे तो कभी पलटकर जबाब मत दो क्योंकि वह कुछ सोच समझकर ही आपसे बोल रहे होंगे उनकी बातो को डांट के रूप में न लेकर उन्हें बारीकी से समझे की वह जो भी मेरे लिए सोच रहे है उसमें कुछ न कुछ तो होगा जो में नही सोच पा रहा हमेशा सही पहलू पकड़े हमेशा अपना नजरिया सकारात्मक बनाये ।बिना अनुशासन के आप सफलता भी प्राप्त नही कर सकते जहाँ झुकना पड़े वहा झुकना भी जरूरी होता है। इससे इंसान छोटा नही होता बल्कि लोगो की नज़रो मे और अच्छा बन जाता है।
इसलिए परिस्थिति के अनुसार झुकना भी आना चाहिए तभी आप सही मायनो में आगे जा पाएंगे।
कुछ पाने के लिए खोने के बजाय ये सोचे की कुछ तो करके दिखाना होगा एक बात मुझे अब्दुल कलाम जी की हमेशा प्रेरित करती है । की ( आप अपने भविष्य को नही बदल सकते लेकिन आप अपनी आदतो को बदलकर अपना भविष्य बदल सकते है )
ओर उन्होंने कई प्रेणादायक बात कही है जिससे हम अपने आप में improvement करके ओर ज्यादा गुण विकशित कर सकते है।
इसलिए लाइफ में निरंतरता होनी जरूरी है । हमेशा चलते रहना चाहिए और अपने अंदर अनुशासन की अच्छी आदते अपने अंदर समाहित करते रहिए अगर किसी इंसान के पास बहुत धन-दौलत हो और उसके अंदर अनुशासन की कमी हो तो वह समाज मे कुछ नही है।अगर आपके पास कुछ नही है लेकिन आपकी आदते , अनुशासन अच्छा है तो सब आपकी respect करेंगे । आप भीड़ में भी अलग नजर आएंगे। यही सारे गुण इंसान को अच्छा बनाते है इसलिए जितना हो सके अपने अंदर अच्छे गुण लाइए क्योकी हर पल आपके लिए कीमती है। इसे यूंही मत गवाईए जो लोग आपकी starting में टाँग खीचते है वही आकर बाद में आपकी पीठ थपथपाएँगे। लोगो को मत देखो की वे क्या कर रहे है बल्कि खुद को देखो की आप क्या क्या कर रहे है। इसलिए अपने आप को बेहतर इंसान बनाने में लगाईये। मेने कही पढ़ा था की आप जितना सीखते हो उतनी ही आपकी समझ बढ़ती है इसलिए हर दिन कुछ न कुछ सीखेये और अपने आप को एक बेहतर इंसान बनाने में लगाइये। क्योंकि ये आपके अलावा कोई और नही कर सकता। अगर आप बाकियो की तरह भीड़ का हिस्सा नही बनना चाहते तो।
(अगर आपको कुछ भी बात पसंद नही आई तो आप कृपा कर मुझे comment करके बता सकते है। धन्यबाद।)
nareshbloggertutorial.blogspot.com
कितनी भी बड़ी सफलता ही क्यों न प्राप्त कर ले अगर आपके अंदर अनुशासन नही तो आप कुछ नही है हर जगह इंसान के आचरण देखे जाते । है कि आप हर परिस्थिति में अपने आप पर कैसे नियंत्रण बनाकर रखते हैं यदि कोई व्यक्ति आपसे गलत तरीके से बात करे तो आप उसका मुँह कैसे बंद कर सकते हो वह भी बिना अपशब्द बोलकर । हमेशा अपने से बड़ो का सम्मान करो।
अपने माता-पिता , दादा-दादी , बड़े भाई-बहन अगर आपसे कुछ बोल दे तो कभी पलटकर जबाब मत दो क्योंकि वह कुछ सोच समझकर ही आपसे बोल रहे होंगे उनकी बातो को डांट के रूप में न लेकर उन्हें बारीकी से समझे की वह जो भी मेरे लिए सोच रहे है उसमें कुछ न कुछ तो होगा जो में नही सोच पा रहा हमेशा सही पहलू पकड़े हमेशा अपना नजरिया सकारात्मक बनाये ।बिना अनुशासन के आप सफलता भी प्राप्त नही कर सकते जहाँ झुकना पड़े वहा झुकना भी जरूरी होता है। इससे इंसान छोटा नही होता बल्कि लोगो की नज़रो मे और अच्छा बन जाता है।
इसलिए परिस्थिति के अनुसार झुकना भी आना चाहिए तभी आप सही मायनो में आगे जा पाएंगे।
कुछ पाने के लिए खोने के बजाय ये सोचे की कुछ तो करके दिखाना होगा एक बात मुझे अब्दुल कलाम जी की हमेशा प्रेरित करती है । की ( आप अपने भविष्य को नही बदल सकते लेकिन आप अपनी आदतो को बदलकर अपना भविष्य बदल सकते है )
ओर उन्होंने कई प्रेणादायक बात कही है जिससे हम अपने आप में improvement करके ओर ज्यादा गुण विकशित कर सकते है।
इसलिए लाइफ में निरंतरता होनी जरूरी है । हमेशा चलते रहना चाहिए और अपने अंदर अनुशासन की अच्छी आदते अपने अंदर समाहित करते रहिए अगर किसी इंसान के पास बहुत धन-दौलत हो और उसके अंदर अनुशासन की कमी हो तो वह समाज मे कुछ नही है।अगर आपके पास कुछ नही है लेकिन आपकी आदते , अनुशासन अच्छा है तो सब आपकी respect करेंगे । आप भीड़ में भी अलग नजर आएंगे। यही सारे गुण इंसान को अच्छा बनाते है इसलिए जितना हो सके अपने अंदर अच्छे गुण लाइए क्योकी हर पल आपके लिए कीमती है। इसे यूंही मत गवाईए जो लोग आपकी starting में टाँग खीचते है वही आकर बाद में आपकी पीठ थपथपाएँगे। लोगो को मत देखो की वे क्या कर रहे है बल्कि खुद को देखो की आप क्या क्या कर रहे है। इसलिए अपने आप को बेहतर इंसान बनाने में लगाईये। मेने कही पढ़ा था की आप जितना सीखते हो उतनी ही आपकी समझ बढ़ती है इसलिए हर दिन कुछ न कुछ सीखेये और अपने आप को एक बेहतर इंसान बनाने में लगाइये। क्योंकि ये आपके अलावा कोई और नही कर सकता। अगर आप बाकियो की तरह भीड़ का हिस्सा नही बनना चाहते तो।
(अगर आपको कुछ भी बात पसंद नही आई तो आप कृपा कर मुझे comment करके बता सकते है। धन्यबाद।)
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Nice
ReplyDeleteMast bhai
ReplyDeleteBahut badhiya
ReplyDeleteShaandaar
ReplyDeleteNiceee
ReplyDeleteक्या बात है
ReplyDeleteSahi बात h bhai
ReplyDeleteJi
DeleteWell done
ReplyDeleteThanks
DeleteThanx
ReplyDeleteThank u
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